भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने केदारनाथ क्षेत्र में आयोजित जनसभा को किया सम्बोधित
In bदेवभूमि उत्तराखंड में चुनावी सरगर्मियां चरम पर है। मतदान से पहले बीजेपी के सभी प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने के लिए आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज जनसभा को सम्बोधित किया। जनसभा में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किन बिंदुओं पर फोकस किया आप भी जानिए….
देश के एक पूर्व कांग्रेसी रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने पार्लियामेंट में कहा कि मैं कबूल करता हूं कि हम ध्यान नहीं दे पाए
चीन ने अपने स्थान पर अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर और अच्छी सड़कें बना ली हैं,लेकिन हम नहीं बना पाए। अब आप ही बताइए देश को कहां ले जा रहे थे ये लोग।
यहां चारधाम की सड़क बनकर तैयार हो रही है। ये सड़क या हाइवे नहीं है।
ये विकास की गंगा है, जिससे यहां विकास होगा।
900 किमी लंबी इस सड़क पर 12 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
यहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट्स पर लगभग 130 करोड़ की लागत से काम किया जा रहा है।
केदारनाथ के विकास के लिए पहले चरण में 260 करोड़ रुपये, दूसरे चरण में 220 करोड़ रुपये दिए गए। यहां विकास का एक नया आयाम लिखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री जी जितना प्यार इस इलाके को करते हैं और जितना अपने आपको यहां से जोड़कर देखते हैं,इस स्थान को वो बहुत मानते हैं।
हम गांव, गरीब, पिछड़ा, दलित, शोषित और समाज के अंतिम पायदान पर जो छूट गया है उसको मुख्यधारा में लाने का काम हम करते हैं।
कांग्रेस वाले हमेशा गांव-गांव,जाति जाति का झगड़ा लगाकर, भाई भाई के बीच झगड़ा लगाकर और समाज को बांटकर वोट लेंगे, ये ही कांग्रेस का तरीका है।
लेकिन हम न जाति पूछते हैं,न इलाका पूछते हैं, हम केवल पूछते हैं कि वो इंसान है, वो उत्तराखंडी है, उसका विकास करना हमारा काम है।
आपने देखा होगा कि भाजपा का जो भी नेता चुनाव लड़ता है वह अपने और अपनी पार्टी के रिपोर्ट कार्ड की बात करता है।
क्या कभी आपने कांग्रेस को रिपोर्ट कार्ड रखते हुए देखा है।
भाजपा में दावे के साथ कह सकता हूं कि आप दम के साथ कह सकते हो कि पीछे जो हमने काम किया है।
उसी के आधार पर आप हमकों काम करने का मौका दीजिए।
चुनाव में लोग हर तरह से अपनी बात रखने का प्रयास करते हैं।
आज चुनाव है तो नेता आएंगे और कहेंगे कि मैं ये करूंगा, मैं वो करूंगा।
जनता के बीच जाते समय आप एक बात जरूर कहिए कि कभी किसी को वो क्या करेगा इसके आधार पर वोट मत दो।
क्योंकि चुनाव में 4 दिन के लुभावने नारे तो सब दे देंगे।
किसी को भी तय करने का आधार यह होना चाहिए कि उस नेता और उस पार्टी ने पीछे क्या किया है
वही तय करेगा कि वो आगे क्या करने वाला है।