मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हरित हरिद्वार योजना का किया शुभारम्भ

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि शांतिकुंज, पं. श्रीराम शर्मा आचार्य की तपस्थली है। शांतिकुंज का सनातन संस्कृति को विस्तार देने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। गायत्री परिवार का सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उत्थान में अहम योगदान रहा है। देश-विदेश में फैले करोड़ों गायत्री साधकों के माध्यम से सनानत संस्कृति और आध्यात्मिक परम्परा की ध्वजा को पूरे विश्व में फहराया है। गायत्री परिवार द्वारा विभिन्न प्रकार के आयोजन किये जाते हैं और विपदाओं के अवसर पर लोगों की हर संभव सहायता की है। गंगा की स्वच्छा और निर्मलता के लिए भी शांतिकुंज द्वारा लगातार प्रयास किये गये हैं। आपके द्वार पहुंचा हरिद्वार अभियान के अन्तर्गत देश के लगभग 10 लाख लोगों तक पतित पावनी माँ गंगा को पहुंचा रहे हैं। घर-घर यज्ञ, घर-घर संस्कार, घर-घर गंगा और घर-घर हरिद्वार के अभियान की जितनी सराहना की जाए कम है।
केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य के बारे में मैंने जितना जानने की कोशिश की है उसका एक ही सार है कि आध्यात्म और विज्ञान के बीच एक सेतु बनना चाहिए। उन्होंने लोगों में आध्यात्मिक चेतना जगाई। भारत का अभीष्ट सिर्फ राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक विकास ही नहीं है, बल्कि भारत की आध्यात्मिक चेतना का विकास भी है। उन्होंने अपना जीवन समाज की भलाई और सांस्कृतिक उत्थान के लिए समर्पित कर दी। आज गायत्री परिवार के 5 हजार से अधिक केन्द्र नव चेतना का जागरण कर रहे हैं।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, देव संस्कृति विश्व विद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पंड्या, शैलबाला पंड्या, डॉ. चिन्मय पंड्या, जिलाधिकारी हरिद्वार सी. रविशंकर, एस.एस.पी हरिद्वार सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस आदि उपस्थित थे।