देवभूमि उत्तराखंड की चारधाम यात्रा का, क्या है लेटेस्ट अपडेट, आप भी जानिए
उत्तराखंड चारधाम यात्रा अपडेट
चारों धामों में यात्रा निर्बाध गति से हो रही है संचालित
• बदरी-केदार में हल्की बर्फवारी
• गंगोत्री- यमुनोत्री में बादल छाये लेकिन मौसम सामान्य
तीर्थयात्रियों/ दर्शनार्थियों की संख्या
दिनांक 27 अक्टूबर
शांयकाल 4 बजे तक
(1) श्री बदरीनाथ धाम – 5835
(2) श्री केदारनाथ धाम – 6775 (हेली यात्री सहित )
(3) श्री गंगोत्री धाम- 830
(4) श्री यमुनोत्री धाम- 696
कुल दर्शनार्थियों की संख्या – 14136
18 सितंबर से 27अक्टूबर तक
चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थ यात्रियों की संख्या 348232
( तीन लाख अड़तालीस हजार दो सौ बत्तीस)
• दिनांक 1-26 अक्टूबर तक हैलीकाप्टर से श्री केदारनाथ धाम पहुंचे तीर्थ यात्री – 23107
• श्री हेमकुंड साहिब जी के कपाट शीतकाल हेतु 10 अक्टूबर को बंद हो गये हैं।
•आवश्यक सूचना
• आज श्री बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में बर्फवारी
• केदारनाथ धाम में हल्की बर्फ जमी।
• हेलीकॉप्टर सेवा सामान्य रूप से संचालित हो रही है।
• हेलीपैड और रास्तों से बर्फ हटाई गयी।
चारों धामों श्री बदरीनाथ धाम, श्री केदारनाथ धाम, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री की यात्रा जारी है।
•चारधाम यात्रा हेतु अब http:/smartcitydehradun.uk.gov.in में तीर्थयात्री सीधे पंजीकरण करवा सकते हैं।
देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर ई पास बनाने की आवश्यकता नहीं है।
• देवस्थानम बोर्ड की ओर से मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री तुंगनाथ धाम के कपाट बंद होने की तैयारियां चल रही हैं 30 अक्टूबर मध्यान को भगवान श्री तुंगनाथ जी के कपाट शीतकाल हेतु बंद होंगे यात्रा वर्ष 2021
उत्तराखंड के चारो धामों के कपाट बंद होने की तिथियां इस तरह है-
(1)श्री बदरीनाथ -20 नवंबर
(2) श्री केदारनाथ – 6 नवंबर
(3) यमुनोत्री -6 नवंबर
(4)श्री गंगोत्री -5 नवंबर
•पंच केदार
•श्री मद्महेश्वर जी 22 नवंबर
•श्री मद्महेश्वर मेला 25 नवंबर
•श्री तुंगनाथ जी 30 अक्टूबर
• श्री रूद्रनाथ जी के कपाट आज 17 अक्टूबर ब्रह्ममुहुर्त में शीतकाल हेतु बंद हो गये हैं।
•श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्टूबर को बंद हो गये हैं।
• उत्तराखंड चारधाम जानेवाले तीर्थयात्रियों की सुविधा हेतु प्रशासन द्वारा चारधाम यात्रा बस टर्मिनल ऋषिकेश में निशुल्क कोविड जांच केंद्र स्थापित किया गया है साथ ही विभिन्न विभागों के हेल्प डेस्क यात्रियों की सहायता कर रहे हैं।