Monday, December 2, 2024
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फैटी लीवर वालो को इस डाइट से मिलेगी राहत

लिवर शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। यह बॉडी से विषैले पदार्थों को दूर करने से लेकर खाना पचाने,ऊर्जा का संचयन करने,पित्त बनाने और कार्बोहाइड्रेट को स्टोर करने में अहम भूमिका निभाता है। हालांकि वर्तमान समय में खराब खानपान,मोटापा, कोई फिजिकल एक्टिविटी ना करना और अव्यवस्थित जीवनशैली के कारण लोग फैटी लीवर की समस्या का शिकार हो जाते हैं। फैटी लिवर की समस्या को मेडिकल भाषा में हेपेटिक स्टीएटोसिस कहा जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स फैटी लीवर (Fatty Liver) के मरीजों को खानपान का विशेष ध्यान रखने की सलाह देते हैं। क्योंकि व्यक्ति जिन भी चीजों का सेवन करता है,उसका असर लिवर पर पड़ता है। इसलिए फैटी लीवर के मरीजों को हेल्दी चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती हैं।

क्या होता है फैटी लीवर…

दरअसल फैटी लीवर का मतलब है कि आपके लीवर में वसा की मात्रा अधिक हो गई है। एक स्वस्थ शरीर में लीवर विषाक्त पदार्थों को हटाने में मदद करता है और पित्त, डाइजेस्टीव प्रोटीन का निर्माण करता है। जब लीवर पर फैट अधिक हो जाता है तो वो लिवर को नुकसान पहुंचाता है और उसे सुचारू रूप से काम करने से भी रोकत है। इस बीमारी का उपचार आपकी डाइट से ही किया जा सकता है। अगर आपका फैटी लीवर (Fatty Liver) है तो सबसे पहले वसायुक्त आहार को अपनी डाइट में शामिल न करें। फल, सब्जियों का अधिक इस्तेमाल करें। नमक और चीनी से परहेज करें।

फैटी लीवर के मरीज इन चीजों का कर सकते हैं सेवन

सब्जिया : सब्जियों को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। आप अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर सब्जियों को शामिल करें। ये न केवल फैटी लीवर को ठीक करने में बल्कि पूरे शरीर को हेल्दी रखने में मदद कर सकती हैं।

आंवला

आंवले का इस्तेमाल सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए होता आ रहा है। आंवले में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स लिवर से सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ऐसे में फैटी लीवर के रोगी अपनी डाइट में आंवले को शामिल कर सकते हैं।

अखरोट

आहार में नट्स का सेवन नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज के जोखिम को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। अखरोट में मौजूद विटामिन-ई और सेलेनियम एनएएफएलडी पर प्रभावकारी हो सकते हैं।

ब्रोकली

ब्रोकली में विटामिन, फाइबर, कैल्शियम और एंटी-ऑक्सीडेंट्स की अच्छी-खासी मात्रा मौजूद होती है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को फ्लश आउट करने में मदद करती है। ऐसे में फैटी लीवर के रोगी अपनी डाइट में ब्रोकली को भी शामिल कर सकते हैं। ब्रोकली का सेवन करने से लिवर पर मौजूद सूजन को कम किया जा सकता है। फैटी लिवर के मरीज सब्जी के तौर पर ब्रोकली को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

फिश

फैटी लीवर की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए फैटी लिवर डाइट में फिश काफी लाभकारी साबित हो सकती है। फिश ऑयल में एन-3 पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है, जैसे ईकोसापेंटेनोइक एसिड और डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड। मछली का तेल,सुक्रोज और फ्रुक्टोज से पैदा होने वाले नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज से निजात दिलाने में काफी मददगार साबित हो सकता है।

चकोतरा

चकोतरा में कई तरह के पोषक विटामिन होते हैं। नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज में अक्सर पुरानी सूजन के लक्षण दिखाई देते हैं। यह लक्षण लीवर फाइब्रोसिस का कारण बनते हैं। चकोतरा में नारिंगिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं,जो सूजन से लड़ने में आपको सक्षम बनाते हैं। इसलिए इस बीमारी से पीड़ित लोगों को अपने आहार में चकोतरा को जरूर शामिल करना चाहिए।

दलिया

दलिया को स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। फैटी लीवर से जूझ रहे लोगों के लिए दलिया का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा दलिया पेट से जुड़ी कई समस्याओं में फायदा पहुंचाने का काम कर सकता है।

एवोकाडो

शरीर में बढ़ता कोलेस्ट्रोल फैटी लीवर डिजीज का कारण बन सकता है। ऐसे में एवोकाडो का सेवन कोलेस्ट्रोल को कम कर इससे होने वाले फैटी लिवर डिजीज के जोखिम को कम कर सकता है।

मेवे

फैटी लीवर में सूखे मेवे खाना फायदेमंद हो सकता है। मेवे पोषण के गुणों से भरपूर माने जाते हैं। जो सेहत को कई समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं। मेवे में विटामिन,मिनरल्स और फाइबर के गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो फैटी लीवर से बचा सकते हैं।

कॉफी

हम में से ज्यादातर लोग अपने दिन की शूरूआत एक कप गर्म कॉफी के साथ करते हैं। फैटी लीवर की समस्या से परेशान लोगों के लिए कॉफी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। कॉफी लीवर में जमा होने वाले फैट को कम करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा ये क्रॉनिक लीवर डिजीज को कम करने में मददगार हो सकती है।

क्या खाने से बचें…

एक्सपर्ट्स कहते हैं कि सैचुरेटेड फैटी लीवर में फैट बढ़ाने का काम करता है। इससे बचने के लिए कुछ चीजों से परहेज करना जरूरी है। ऐसे लोगों को लीन या व्हाइट मीट खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा फुल फैट चीज, योगर्ट, रेड मीट, ताड़ या नारियल के तेल का सेवन करने से बचना चाहिए। कैंडी, रेगुलर सोडा जैसे बहुत ज्यादा शुगर वाली चीजें खाना बंद कर देना चाहिए।

ये काम भी जरूर करें…

फैटी लीवर डिसीज से बचने के लिए कुछ चीजों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। एक्सपर्ट कहते हैं कि ऐसे लोगों को 7 से 10 प्रतिशत वजन घटाने की कोशिश करनी चाहिए। एरोबिक एक्सरसाइज या हल्की वेट ट्रेनिंग से भी लिवर की सेहत को फायदा होता है। इसके लिए डॉक्टर डायबिटीज कंट्रोल करने की भी सलाह देते हैं। शरीर में कॉलेस्ट्रोल लेवल को भी घटाने की कोशिश करनी चाहिए।

Disclaimer: देवांचल न्यूज़ इस लेख में जानकारी और सूचना को लेकर किसी तरह का कोई दावा नहीं करता है। इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और दावों की भी पुष्टि भी नहीं करता है। इन तमाम जानकारियों को केवल सुझाव के रूप में लें। इस तरह के किसी भी उपचार / दवा / डाइट पर अमल करने से पहले आप चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

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