चारधाम यात्रियों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जारी की हैल्थ एडवाईजरी
उत्तराखंड के चारधाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम की यात्रा शुरू हो चुकी है। बीती 3 मई गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हुई चारधाम की यात्रा पर अभी तक 2 लाख से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं। तो वही, इस यात्रा सीजन में 20 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। चार धाम यात्रा में हुई श्रद्धालुओं की मौत को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव राधिका झा ने संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की,बैठक में यात्रा से संबंधित तमाम दिशा निर्देश दिए। यही नहीं स्वास्थ्य विभाग ने बैठक के बाद चार धाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हेल्थ एडवाइजरी भी जारी कर दी है।
सचिव स्वास्थ्य राधिका झा ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वह मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ यात्रा व्यवस्थाओं की नियमित निगरानी करें और प्रतिदिन रिव्यू कर यात्रा को सुचारू रूप से संचालित कराएं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गयी है और पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टॉफ को तैनात किया गया है, लेकिन यात्रा ड्यूटी में शिथिलता और अनुपस्थित चिकित्सक और कार्मिकों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
चार धाम यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी…..
• स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत ही यात्रा के लिए प्रस्थान करें।
• पूर्व से बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नम्बर अवश्य साथ रखें।
• अति वृद्ध एवं बीमार व्यक्तियों एवं पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यात्रा पर न जाना या कुछ समय के लिए स्थगित करना उचित होगा।
• गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में अवश्य रखें।
• हृदय रोग, श्वसन रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाते समय विशेष सावधानी बरते।
• उपरोक्त बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में दवाईयां साथ रखे एवं चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाईयों एवं परामर्श पची यात्रा के दौरान अपने साथ रखें।
• लक्षण जैसे- सिर दर्द होना, चक्कर आना, घबराहट का होना, दिल की धड़कन तेज होना, उल्टी आना, हाथ-पांव व होठों का नीला पड़ना, थकान होना, सांस फूलना, खाँसी होना अथवा अन्य लक्षण होने पर तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पहुँचे एवं 104 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करें।
• धूम्रपान व अन्य मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें।
• सनस्क्रीन एस०पी०एफ0 50 का उपयोग अपनी त्वचा को तेज धूप से बचाने के लिए करें।
• यू०वी किरणों से अपनी आंखों के बचाव हेतु सन ग्लासेस / पोलराईज ग्लासेस का उपयोग करें।
• यात्रा के दौरान पानी पीते रहे और भूखे पेट ना रहे।
• लम्बी पैदल यात्रा के दौरान बीच-बीच में विश्राम करें। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में व्यायाम से बचें।
• किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी हेतु 104 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करेंगे।
• एम्बुलेंस हेतु 108 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करेंगे।