जल्द ही आँचल कैफे में सभी प्रकार के दूध के आइटम मिल सकेंगे : सचिव, डॉ पुरुषोत्तम
परियोजना निदेशालय को ई- ऑफिस बनाने के भी सेक्रेटरी के निर्देश
सहकारिता, पशुपालन, मत्स्य , दुग्ध विकास के सचिव डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने दिए निर्देश
25 नवंबर होने वाले आंचल कैफे और पोल्ट्री वैली के उद्घाटन की तैयारियां के अधिकारियों को दिए निर्देश
आज गुरुवार को सचिव डॉ पुरुषोत्तम परियोजना निदेशको की रिव्यू बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि 25 नवंबर को आंचल कैफे और पोल्ट्री वैली का शुभारंभ किया जाएगा। इसकी पूरी तैयारियां करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
सचिव डॉक्टर पुरुषोत्तम ने बताया कि आंचल कैफे के लिए राज्य के 13 जिलों में 41 जगह अलॉट किए गए हैं। जिसमें 50% आंचल कैफे और 50% मिल्क बूथ रहेंगे। उन्होंने बताया कि, मिल्क बूथ में केवल दूध मिलता था, लेकिन आंचल कैफे में दूध के अलावा शेक, आइसक्रीम, पिजा, जो भी दूध के विभिन्न आइटम हैं सब चीज एक साथ विस्तार के रूप में कैफे में लोगों को मिलेंगे। लोगों की सहूलियत पर बड़ा ध्यान दिया गया है। कैफ़े
से और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे और किसानों की आमदनी भी दोगुनी होगी।
डेयरी विभाग ने सचिव के निर्देश पर देहरादून के घंटाघर एमडीडीए कंपलेक्स में आंचल कैफे तैयार कर दिया है। परियोजना निदेशक डेयरी जयदीप अरोड़ा ने बताया कि, उद्घाटन की तैयारियां पूरी हो गई हैं। और जगहों पर कैफे खोलने की विभाग की तैयारियां चल रही हैं। एक साथ लोगों को सब चीज उपलब्ध हो, ऐसे कैफे पर काम किया जा रहा है।
पोल्ट्री वैली भी विभिन्न स्थानों पर खुलने जा रहे हैं। नोडल अधिकारी आनंद शुक्ल ने बताया कि, चकराता में परियोजना ने 1 साल पहले पोल्ट्री वैली खोली थी उसकी सफलता के बाद अन्य स्थानों पर भी पोल्ट्री वैली खोली जा रही है।
बैठक में डॉ पुरुषोत्तम ने परियोजना ऑफिस को ई -ऑफिस में तब्दील करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा ई – ऑफिस में काम करने के लिए सभी कर्मचारी और अफसर वातावरण बना लें। बैठक में परियोजना निदेशक डॉ अविनाश आनंद, अल्पना हल्दिया प्रबंधक मनोज रावत सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।