चारधाम यात्रा का क्या है लेटेस्ट अपडेट आप भी जानिए
विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 8 मई से 13 जुलाई शाम तक 954727
आज शाम 4 बजे तक बदरीनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालु 619
(बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सुचारू ।शिरोबगड़ में भूस्खलन । वाहन
वैकल्पिक सड़क मार्ग श्रीनगर (गढ़वाल)से खेड़ा खाल और खांकरा से छांतीखाल होते हुए रूद्रप्रयाग पहुंच सकते है। कतिपय स्थानों रडांग बैंड, बेनाकुली, लामबगड़, पागलनाला में आंशिक भूस्खलन।)
2 – श्री केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 6 मई से 13 जुलाई शायं तक 878272
(हेलीकॉप्टर से 83425 तीर्थयात्री भी शामिल)
श्रद्धालु जिन्होने आज दर्शन किये -1198
( केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग में गौरीकुंड के निकट भूस्खलन )
3 – श्री गंगोत्री धाम
कपाट खुलने की तिथि 3 मई से 13 जुलाई तक 447772
( गंगोत्री सड़क मार्ग में भूस्खलन। आंशिक रूप से यातायात प्रभावित)
आज शाम तक दर्शन हेतु पहुंचे श्रद्धालु – 577
4 – श्री यमुनोत्री धाम
कपाट खुलने की तिथि 3 मई से 13 जुलाई तक 343803
आज दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालु – 494
( यमुनोत्री राष्ट्रीय राज मार्ग में भूस्खलन से यातायात प्रभावित ।)
13 जुलाई शाम तक श्री बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचनेवाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या का योग – 1832999
13 जुलाई शायंकाल तक श्री गंगोत्री-यमुनोत्री पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 791575
13 जुलाई शायंकाल तक उत्तराखंड चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या 2624574
( छब्बीस लाख
चौबीस हजार पांच सौ चौहत्तर)
श्री हेमकुंट साहिब लोकपाल तीर्थ पहुंचे तीर्थयात्रियों की संख्या कपाट खुलने की तिथि 22 मई से 12 जुलाई तक – 177352
निरंतर चल रही चारधाम यात्रा
प्रदेश सरकार, जिला पुलिस- प्रशासन, आपदा प्रबंधन, पर्यटन विभाग, मंदिर समिति की अपील तीर्थयात्री मौसम अलर्ट, सड़क मार्ग की स्थिति बारिश की स्थिति देखकर यात्रा मार्गों पर आगे बढ़े। भारी बारिश भूस्खलन की स्थिति में सुरक्षित स्थानों में रहें। यात्रा के दौरान जोखिम न लें।
उत्तराखंड सरकार द्वारा तीर्थयात्रियों की सुविधा- सुरक्षा के लिए चार धाम यात्रा हेतु उत्तराखंड पर्यटन की ओर से निशुल्क आनलाईन अथवा फिजीकल काउंटरों से फोटोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
चारधाम तीर्थयात्रियों के आंकड़े श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति/ पुलिस- प्रशासन/ आपदा प्रबंधन / गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब ट्रस्ट के सहयोग से मीडिया/ लोकसूचनार्थ जारी किये जा रहे है।